झारखण्ड राज्य के धनबाद ज़िला से बीरबल महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि सरकार द्वारा गरीबों के इलाज हेतु कई स्वास्थ्य केंद्र खोले गए हैं ,परन्तु उन स्वास्थ्य केन्द्रो में दवाइयों का अभाव बहुत है। इन्हीं अभाव के चलते ग़रीब इलाज के दौरान बहुत परेशान रहते हैं। बीरबल महतो सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर अपने अनुभव के बारे में बताते हुए कहते हैं कि क़रीब आठ माह पूर्व वे खुद धनबाद के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती थे। उस दौरान प्रतिदिन चिकित्सक उन्हें दवाइयों के पर्ची थमा देते थे यह कह कर कि अस्पताल में दवाई उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन बाहर की दवाइयाँ महँगी होने के कारण उन्हें दवाई खरीदने में बहुत दिक्क़तें आती थी। वे कहते है कि लोग अपनी ग़रीबी के कारण इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों का रुख लेते हैं पर उन्हें सुविधाओं के अभाव में काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं अस्पताल की बदहाल स्थिति और गंदगी के कारण मरीज़ के साथ साथ मरीज़ के परिजन भी परेशान रहते हैं।प्रशासन को इस समस्या पर विशेष ध्यान देना चाहिए और मरीज़ों तक हर संभव सुविधा पहुँचाना चाहिए।