जामताड़ा,फतेहपुर से गौतम मंडल झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की बलुकान्दा से मस्लंदा नदी घाट तक का रास्ता बेहद कच्ची और गढ्ढो से भरी पड़ी है लगभग ढाई किलोमीटर तक की सड़क उपेक्षा का शिकार है आजादी के कई दशक बीत जाने के बाद भी सड़क का काया-कल्प ना बदलना सड़क और विभाग की हालत को बया करता है इस सड़क से आस-पास के कई गावं के ग्रामीण सफ्ताहिक बाजार कुंडहित जाते है और उन्हें बरसात के दिनों में खासी परेशानी आती है और अभी गर्मियों में धूल का खेल जारी रहेगा अत:प्रशसान इसको जल्द से जल्द बनवाने का कष्ट करे.