झारखंड राज्य के हज़ारीबाग जिला के चुरचू प्रखंड से मोहम्मद ताजीम जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की गर्मी के दिनों में होने वाली बारिश शीतल प्रदान करती तो हैं परन्तु मौत का पैग़ाम भी साथ ले आती हैं। गर्मी के मौसम में होने वाली बारिश में व्रजपात की घटनाएँ बहुत देखने को मिलती हैं। वहीं इस व्रजपात के कारण कई लोगों की मृत्यु भी हो जाती हैं।चुरचू प्रखंड में ऐसी कई घटनाएं देखने को मिली। ताजीम जी के अनुसार व्रजपात से होने वाली मृत्यु का मुख्य कारण मोबाइल ,लौह से बनी उत्पादें आदि हैं। ये सारी चीज़े बिजली को आकर्षित करती हैं। सरकार अब तक व्रजपात से बचाव का कोई उपाय लोगों के साथ साँझा नहीं की हैं। कारणवश व्रजपात से होने वाली मौत की घटनाएं कम नहीं हुई हैं। ताजीम जी ने व्रजपात से बचने के कुछ उपाय मोबाइल वाणी के जरिए साँझा की हैं। व्रजपात होने पर मोबाइल इत्यादि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। लौह से बनी चीज़ो को पहन कर बरसात में नहीं निकलना चाहिए। और व्रजपात के दौरान भूल कर भी पेड़ो के आड़ में नहीं छुपना चाहिए। इन सुझावों को अपना कर व्रजपात की चपेट में आने से बचा जा सकता हैं।