झारखंड राज्य के धनबाद जिला के बाघमारा प्रखंड से रविंद्र महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि पंचायत चुनाव होने के बाद गांव में कई सकारात्मक बदलाव आए हैं।पंचायतों में तीन-तीन आंगनबाड़ी केंद्र खोले गए साथ ही छोटे-छोटे बच्चों को निःशुल्क शिक्षा के साथ-साथ पोषाहार भी दिया जाने लगा। पंचायत चुनाव के बाद गांव के सड़कों और नालियों का निर्माण किया गया जो पहले काफी दयनीये स्थिति में था।गांव में बाँध,डोभा का भी निर्माण किया गया।पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए वाटर सप्लाई के लिए वाटर टैंक भी लगाया गया। जिससे लोगों को पानी की समस्या से राहत मिली है।पंचायत चुनाव के बाद सबसे बड़ी उपलब्धि महिलाओं का सशक्तिकरण हुआ जिससे आज महिलाएं पहले से ज्यादा आत्मनिर्भर हुई हैं। लोगों को बिजली की समस्या से भी निजात मिला है।पंचायत चुनाव के बाद गांव का चौमुखी विकास हुआ है। परन्तु गांव में कुछ कार्य आज भी थोड़ी धीमी गति से हो रही है जैसे-शौचालय बनाने का कार्य अबतक पूरा नहीं हुआ है। इसके साथ ही पंचायतों के विकास के लिए एक नागरिक होने के नाते पंचायत सेवक को थोड़ी और जागरूक होने की आवश्यकता है। साथ ही कोई भी योजना को लागू करने से पूर्व गांव में ग्रामीणों के बीच आम सभा कर योजना की पूरी जानकारी ग्रामीणों को दिया जाना चाहिए। ताकि ग्रामीण योजना का लाभ आसानी से उठा सकें।कई पंचायतों में कार्य गोपनीय तरीके से किया जाता है जिससे लोगों में पंचायतीराज अधिनियम के प्रति विश्वास नहीं जाग पाता है।