झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला के बड़कागाँव प्रखंड से रुपेश राज मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि युवाओं के अन्दर नशा की लत बहुत ही तेजी से प्रवेश कर रही है। यह बहुत ही चिंता का विषय है। क्योंकि आज के युवा लगभग 10 साल के होते ही नशा की डोर को पकड़ लेते हैं। जिससे युवा तरह-तरह की बिमारियों से ग्रसीत हो जाते हैं। नतीज़न परिवार वालों को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।युवा में नशा की लत के पिछे संस्कारों की कमी भी देखि जाती है। जिसके कारण युवा अपने परिवार को समय ना देकर नशा करने में व्यस्त हो जाते हैं। अतः जिन परिवार में युवा नशा करते हैं तो परिवार के मुखिया उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दें। तभी युवा में नशा का प्रकोप फैलने की जगह कम हो पाएगी