झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के अनुमंडल मुख्यालय तेनुघाट से सुषमा कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि जल संरक्षण को ले कर लोगों में पहले से ज्यादा जागरूकता आई है।जल संरक्षण के लिए घरेलू एवं सामुदायिक स्तर पर अनेकों उपाय किये जाते हैं।पानी का जितना खपत हो,उतना ही उपयोग में लाया जाता है एवं नल से आवश्यकतानुसार पानी निकाला जाता है।सामुदायिक स्तर पर वर्षा के जल को संरक्षित रखने के लिए,जगह-जगह पर छोटे तथा बड़े तालाब बनाये गए हैं,ताकि बारिश का पानी इन तालाबों में संरक्षित हो सके और इस पानी का उपयोग बारहों महीना किया जा सके।साथ ही सरकार जल-संरक्षण करने के लिए लोगों को जागरूक करती है।हाल ही में सरकार द्वारा जगह-जगह पर डोभा का निर्माण कराया गया है,ताकि वर्षा का पानी डोभा में जमा हो सके।जल-संरक्षित करने के उद्देश्य से सरकार के तरफ से एक और पहल की गई है जिसमें ,लोगों के खेतों और जमीनों में मेड़-बंदी एवं अन्य कई कार्यक्रम चलाए गए । वे कहते हैं कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वो जल को बचाएं एवं इसके लिए लोगों को जागरूक करें।