झारखंड राज्य के धनबाद ज़िला के बाघमारा प्रखंड से बीरबल महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताते हैं, कि झारखंड हो या भारत इसे एक विकासशील देश के रूप में कागज़ों में देखा जा रहा है। परन्तु आज दिन दोगुनी और रात चारगुणी बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसका मुख्य कारण एक मशीनी करण और दूसरा झारखंड खनिज सम्पदाओं से परिपूर्ण होते हुए भी झारखंड धनी है परन्तु झारखंडी गरीब होते जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण यहाँ कल कारख़ाने नहीं लगाएँ गए हैं, जिससे बेरोजगारी को दूर किया जा सके। वहीँ झारखंड की भूमि कृषि योग्य होते हुए भी लोग कृषि पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं।यदि झारखंड में सही से कृषि पर ध्यान दिया जाए तो कुछ हद तक बेरोजगारी को दूर किया जा सकेगा। साथ ही यदि सरकार की ओर से भी बेरोजगारों को ऋण दे कर रोज़गार से जोड़ा जा सकेगा जैसे- लघु उद्योग,कुटीर उद्योग,पशु पालन,मत्स्य पालन इत्यादि से अवश्य बेरोजगारी दूर हो जाएगी अन्यथा हमारे देश में बेरोजगारों की संख्या अत्यधिक बढ़ती जाएगी।