झारखंड राज्य के बोकारों जिला से सुषमा कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि किसी भी पंचायत और ग्रामीण क्षेत्र में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षा की स्थिति में सुधार लाने के लिए स्थानीय प्रसाशन और जन प्रतिनिधि अपने स्तर से किसी भी प्रकार से कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। क्योकि उनके बच्चे सरकारी स्कुल में पढ़ते हैं या नहीं पढ़ते हैं फिर भी उनका बच्चो के भविष्य के प्रति कोई ध्यान नहीं है। हमारे अनुसार सरकार को ऐसा काम करना चाहिए जिससे पंचायतों में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा में सुधार हो सके। समय पर शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य होना चाहिए। समय से दस मिनट पहले शिक्षकों को उपस्थित होना चाहिये। सरकार को शिक्षकों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। जिसमे शिक्षको को समय पर मासिक वेतन दिया जाए ताकि शिक्षकों को पढ़ाने में मन लगे। सरकार को चाहिए की सभी सरकारी विद्यालयों में मंत्रिओं तथा प्रसाशन के लोग निरिक्षण कर के जायजा ले जिससे शिक्षा की स्थिति में सुधार आ सके।