झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला के तोपचांची प्रखंड से रविंद्र महतो जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि आजादी के बाद हमारे देश में शिक्षा व्यवस्था में सुधार आई है, जिससे देश में शिक्षित युवाओं की संख्या में इजाफा हुआ है और शिक्षा के स्तर भी काफी ऊपर उठा है। आज के युवा शिक्षा के क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं , लेकिन वहीँ किसानों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। अर्थव्यस्था की रीढ़ माने जाने वाला कृषि क्षेत्र की स्थिति आज भी विकास की बाट जोह रहा है। वर्तमान में हालात यह हैं कि किसान कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं। अंततः किसान इन समस्याओं से जूझते हुए तंग आकर मौत को अपने गले लगा ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि तोपचांची प्रखंड अंतर्गत वर्ष 2016 में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र को सूखा ग्रस्त घोषित भी किया गया लेकिन किसानों को आज तक मुआवजा राशि से भेट नहीं हुआ है।