जिला बोकारो पेटरवार से सुषमा कुमारी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि बैंक द्वारा कृषकों को रबी फसल के लिए सस्ते दरों में बीज मुहैया नहीं कराई जाती है। ऐसे में जो किसान , खेती कार्य करतें हैं वे इन सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं।इसका मुख्य वजह यह है कि कृषक बैंक को कमीशन नहीं दे पातें हैं।जिस वजह से किसान सस्ते दरों में मिलने वाले सभी सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं।कई बैंकों में यह देखा जाता है कि बैंक में बिचौलिया बैठे रहते हैं,जो किसानों का हक़ मार लेते हैं । और जब जाँच की बात आती है, तो प्रबंधक द्वारा भी बैंक को ही जाँच का जिम्मा सौंप दिया जाता हैं।जब रबी फसल लगाने का समय आता है तो सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित किसान मजबूर और बेबस नज़र आते हैं। कृषक अत्यधिक संवेदनशील होते हैं जिसके कारण बिचौलिया और बैंक इसका लाभ उठाते हैं।वे कहती हैं कि कई पंचायतों में सरकार द्वारा सिचाई के लिए कोई सुविधा नहीं दी गई है जिससे किसानों को अपने स्तर से कुआँ और तालाब का निर्माण कर खेती करना पड़ता है।आए दिन यह सुनने को मिलता है कि सरकार द्वारा किसानो को रबी फसल में हुई नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा।लेकिन ऐसा कुछ होते नजर नहीं आता है। और गौर करने वाली बात हैं कि किसानों को अपने नुकसान की भरपाई लेने के लिए कार्यालयों की चक्कर काटने पड़ते हैं। साथ ही इसमें किसानों का जितना नुकसान नहीं होता उससे कहीं ज्यादा पैसा उस नुकसान को कार्यालयों से प्राप्त करने में खर्च हो जाता है।