झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला के दाड़ी प्रखंड से मोहम्मद असरार अंसारी जी मोबाइल वाणी के माधयम से कहते है कि सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में काम कर रहे ठेका मजदूरों को आवश्यकता अनुसार मजदूरी नहीं मिलती है। जिसके कारण मजदूरों को बदहाल जिंदगी जीना पड़ता है। साथ ही कार्य क्षेत्र में किसी भी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं रहती है। मजदूरों को केवल 180 से 200 तक की ही मजदूरी मिलती है, जिसकी समय निर्धारित नहीं होती है। श्रम कानून होने के बावजूद मजदूरों की बदहाल स्थिति पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।अतः सरकार द्वारा इन ठेका मजदूरों के प्रति विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।