देवघर जिले के मानिकपुर पंचायत से राजीव रंजन जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि झारखण्ड अलग होने के बाद से आज तक सरकार किसानो को सही समय पर खाद्य एवं बीज मुहैया नहीं करा पायी है। हमारे झारखण्ड में अधिक मात्रा पर खनिज संपदा है लेकिन फिर भी सरकारी तंत्र किसानो के लिए समुचित निदान नहीं निकाल पा रही है। सरकार द्वारा उठाये गए कदम से किसानों को कोई फ़ायदा नहीं हो रहा है। किसानो को सरकार की ओर से किसी भी तरह की मदद नहीं दी जाती है। और जो बीज किसानो के लिए खरीदी जाती है उसकी राशि भी अभी तक किसानो को नहीं मिल पायी है।सरकार द्वारा किसानों को मुहैया कराई जाने वाला खाद बीज एवं कृषि यंत्र भी भ्रस्टाचार में समाहित हो जाता है। कई किसानो के धान पिछले दो महीने से सरकार द्वारा खरीदी हुई है लेकिन अभी तक उसकी राशि बैंको में जमा नहीं की गयी है।सरकार हमेशा घोषणा करती है कि किसानो को सही समय पर खाद्य एवं बीज मुहैया करा दिया जायेगा लेकिन ऐसा समय अभी तक नहीं आ पाया है। सरकार की बातें झूठी साबित होती दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं किसानों को अपनी उपज का जो सही मूल्य मिलना चाहिए, वह भी उनको नहीं मिल पाता है। उसके पीछे एक मुख्य वजह है बिचौलियों की संलिप्तता, जो किसानों के खून-पसीने की कमाई का लाभ उठा लेते हैं।