झारखंड के देवघर जिले से बलवीर जी ने मोबाइल वाणी को बताया कि झारखण्ड में किसानों की स्थिति बहुत ही दयनीय है।सरकार की योजनाएं बस कागज तक ही सिमित है ,योजनाओं को लागू करने में सरकार पूरी तरह से विफल रही है।इस कारण किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा है।किसान मजबूर और लाचार हैं। झारखण्ड के अधिकांश जिलों में सही समय पर न बीज मिलता है ,न खाद मिलता है और न ही पानी एवं सिंचाई की कोई व्यवस्था है।यही नहीं ,किसानों को पम्प और ट्रैक्टर भी समय पर उपलब्ध नही कराई जाती है।सरकार की मनशा सही और साफ़ नहीं है।समय -समय पर सरकार द्वारा प्रचार किया जाता है कि किसानों के हित में योजनाएं कार्यान्वित की गई है ,जो बिलकुल असत्य है।वास्तव में किसानों को किसी भी प्रकार की कोई सहायता नहीं की जाती है।सरकार के अफसर ,आपस में पैसों को लूट रहे हैं ,किसानों की चिंता उन्हें बिलकुल नहीं है।किसान बारिश के भरोसे खेती करते हैं।अगर प्राकृतिक बारिश न हो ,तो झारखण्ड के लोग भूखे मर जायेंगे।खबरों में आता है ,सरकार द्वारा काम किया जा रहा है परन्तु वास्तव में कुछ भी काम नहीं होता है।