जिला देवघर,से बलबीर राय जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मनरेगा मजदूरो के मजदूरी में जो एक रूपये की बढ़ोतरी हुई है वो बहुत ही हास्यप्रद है।ऐसा लगता है जैसे सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं है।सरकार मजदूर को मजदूर के नजर से ही देख रही है,मजदूरों का उत्थान नहीं कर रही है। इससे सरकार की जो मंसा है,वो साफ़ जाहिर होती है।मजदूर परिश्रम कर अपने परिवार का जीवन-यापन करते है और सरकार इस तरह से एक रूपये की जो बढ़ोतरी की है यह बहुत ही दयनीय और कष्टकारी बात है।सरकार को इस बात पर विचार करना चाहिए। मजदूर और किसान इस देश की शान है लेकिन इस तरह का निर्णय अप्रत्यक्ष रूप से इनका गला घोटने के समान है।इनका कहना है कि सरकार कोई कार्यक्रम करती है तो उसमे गाड़ियों का काफिला,डीजल और भोजन व्यवस्था,पंडाल,और मंच में खर्च कर देते है उसमे बजट नहीं बढ़ता है,लेकिन अगर सरकार मजदूरों और किसानों के लिए दो-चार रूपया बढ़ा देती है तो बजट बढ़ जाता है।गरीबो और मजदूरों के हित के लिए सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए।