झारखंड राज्य के गिरिडीह जिले के धनवार से केदार यादव ने बताया की मलेरिया बरसो से चली रही है।बिहार सरकार द्वारा मलेरिया के लिए योजना चलायी थी जिसका नाम नैशनल मलेरिया कार्यक्रम था।इस कार्यकर्म के तहत प्रतेक प्रखंड में दो-चार गांव में एक डॉक्टर होते थे और एक सुपरवाइज़र होते थे।गांव में जा कर लोगो के खून की जाँच होती थी और उनका इलाज किया जाता था। फिर ये कार्यकर्म जिला स्तर में चला गया।मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है।मलेरिया में बहुत ज्यादा ठण्ड के साथ बुखार होता है और उल्टी होती है।जिन्हे भी ऐसे लक्षण दिखाई दे वो तुरंत किसी नजदीकी स्वास्थ केंद्र में जा कर इलाज करायें। और अपने घर और घर के आस-पास पानी का जमाव न होने दे