दुमका से सैलेन्द्र सिन्हा और स्वयं सेवी संस्था कि सचिव शकुंतला देवी झारखण्ड ग्रामीण वाणी के माध्यम से एक विधवा महिला कि व्यथा सुनते हुए कह रही है कि उस महिला के पति का देहांत हो चूका है और अब पति के मरने के बाद उसके परिवार वाले उसके साथ दुर्यव्यव्हार कर रहे है उसे ना घर में रहने और न ही खाना दिया जा रहा है वह दुसरो के घर में काम कर के किसी तरह गुजारा कर रही है , समाज भी उस महिला कि मदद नहीं कर रही है यह सोच कर कि कही ऐसा होता है तो ऐसी और भी पीड़ित महिलायें है जिनको भी उनका हक देना होगा