कैमूर के भभुआ निवासी सरिता कुमार ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि चैनपुर से कल्यानपुर ग्राम तक सड़क की स्थिति बदहाल है। राहगीर ,चालक सड़क की समस्या से काफी परेशान रहते है।

बुढ़मू : बुढ़मू प्रखंड के मुरुपीरी पुल से बुढ़ा महादेव जामुन धाम तक लगभग 500 मीटर दूरी तक ग्रामीणों के सहयोग श्रमदान कर पथ बनाया गया। बताते चलें कि मुरुपीरी गांव में बजरंग बली मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा एवं यज्ञ पूजा में बुढ़ा महादेव जामुन धाम से जल उठाव करने जाने को लेकर ग्रामीणों के सहयोग से श्रमदान कर रास्ता बनाया है। रास्ता समाजसेवी अरुण प्रजापति के देख देख में बनाया गया। बता दें कि 13 अप्रैल शनिवार को मुरुपीरी गांव में बजरंग बली मंदिर में कलश यात्रा निकाला जाएगा। एवं 14 अप्रैल रविवार को वेदी पूजन और 15 अप्रैल सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया है। श्रमदान कर रास्ता बनाने में सहयोग करने वालों में समाजसेवी अरुण प्रजापति, समाज सेवी भवेश शिखर, मनोज शिखर, कंपाल प्रजापति, चिंतामणि प्रजापति , हीरा मोहन शिखर, मिथिलेश शखर ,सुजीत शिखर , उमेश प्रजापति, मणिनाथ उरांव , फागु उरांव , दिलीप शिखर, प्रवीन उरांव, अनीश शिखर, कार्तिक शिखर, शुभम शिखर, अंश शिखर समेत दर्जनों ग्रामीण शामिल हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के जिला बस्ती से मुस्ताक मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि समस्या यह है कि हमारे परसालाल साही गाँव के बाडेपुर से होकर जाने वाली सड़क, उत्तर की ओर जूली स्कूल, लगभग तीन से चार सौ मीटर दूर है, लेकिन वह खड़ी सड़क इतनी टूटी हुई है। बरसात के मौसम में कहीं दो फुट गहरे गड्ढे पानी से भर जाते हैं, कहीं एक फुट गहरे गड्ढे पानी से भर जाते हैं, बच्चों को आने-जाने में परेशानी होती है, बच्चे साइकिल से गिर जाते हैं। ऐसे में सरकार की खबर पहुंचनी चाहिए ताकि कम से कम जितना संभव हो सके सड़क की मरम्मत की जा सके। यदि आप पीछा करने में सक्षम नहीं हैं या हर पीछा दो से बेहतर है, तो इसे सुधारना बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए मैं अनुशंसा करता हूं कि सरकार को खबर भेजनी चाहिए और सरकार को यह काम करना चाहिए ताकि बच्चों का आना-जाना सुविधाजनक हो।

झारखण्ड राज्य के रांची जिले से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की पतरातू सड़क बहुत अच्छी बनी हुई है लेकिन बिच बिच में गड्ढे से राहगीरों को परेशानी होती है इसका मरम्मतीकरण होनी चाहिए अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखण्ड राज्य के रांची जिले से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की हाई कोर्ट ने आदेश दिया की बिना हेलमेट गाड़ी नहीं चलाना चाहिए अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखंड उच्च न्यायालय ने राॅंची के यातायात पुलिस अधीक्षक को राजधानी में ट्रैफिक जाम को लेकर किये जा रहे प्रयासों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। अदालत में कल हुई सुनवाई में ट्रैफिक एसपी ने जाम का सबसे बड़ा कारण ऑटो के लिए पार्किंग की व्यवस्था का नहीं होना बताया।

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कल्याणपुर प्रखंड के वासुदेवपुर लेनिन चौक से खरसंड व भिंडी सिमरिया तक भारत माला एक्सप्रेस के तहत हो रहे सड़क निर्माण कार्य में लापरवाही से लोगो की परेशानी बढ़ गई है।नदी किनारे से मिट्टी काटकर निर्माधाधीन सड़क पर रखने में दिन भर दर्जनों वाहन लगे रहते है।जिससे आसपास के इलाकों में दिनभर धूल उड़ता रहता है।राहुल कुमार,मुन्ना कुमार,सुखलाल महतो,जसविंदर राम व माले प्रखंड सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि सड़क निर्माण कंपनी मिट्टी तो गिराती है,लेकिन पानी का छीड़काव नही होने से परेशानी हो रही है।लोगो ने पानी छीड़काव की मांग जताई है।

झारखंड राज्य के लातेहार जिला स्थित बरवाड़ीह 17/सी ई रेलवे क्रॉसिंग के पास नवनिर्मित अंडरपास को चालू कर दिया गया है। उक्त अंडरपास से वाहनों का आना-जाना शुरू हो गया है। हालांकि अंडरपास से बड़ी वाहन अभी नहीं चल पा रही है। क्योंकि ना मात्र कुछ कार्य बचे हुए हैं। अंडरपास चालू होने से रेलवे क्रॉसिंग पर मालगाड़ी से जाम लगने की समस्या से लोगों को निजात मिल गई है। कई गांव के हजारों लोग मालगाड़ी से गेट पर जाम लगने के कारण परेशान होते थे। सबसे ज्यादा मरीज और जरूरी कार्य वाले लोगों को फजीहत होती थी। अंडरपास के चालू होने से अब लोग जाम से राहत महसूस कर रहे हैं।

मेरा नाम दिनेश विश्वकर्मा है दोनों आंखें अंधी हैं, मैं पुणे जिले से हूं। महाराष्ट्र तालुका हरेली देववाली गाँव आदर्शनगर मैं सर्वेक्षण संख्या पँचिश सड़क संख्या एक में रहता हूँ जिससे मैं बात कर रहा हूँ। और पति और पत्नी दोनों अंधे हैं, यहाँ अवरोध इतना बुरा है कि मैं ठोकर खाता हूँ और गिर जाता हूँ, कोई भी इसके बारे में नहीं सोच रहा है या कोई भी सड़क पर रहने वाला व्यक्ति भी ऐसा कर रहा है। अन्यक का यहाँ की नगरपालिका सेवा से कोई लेना-देना नहीं है, कृपया इस पर मेरा हाथ गिनें, केंद्र सरकार से भी कहें कि इस मार्ग को मेरा मोबाइल नंबर बनाएँ यह संख्या छियानबे पच्चीस चौंसठ है धन्यवाद, बहुत बाद में मुझे उम्मीद है कि यह केंद्र सरकार को बता दिया जाएगा, बहुत-बहुत धन्यवाद।