कैला यादव को स्थानीय पुलिस एसएसबी जवानों की मदद से बरमौरिया जंगल से गिरफ्तार किया गया है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

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कासमा थानां की पुलिस ने नौ माह बाद चेंव गांव से मिनी गन फैक्ट्री के उद्भेदन मामले में रफीगंज थानांतर्गत कुंवर बिगहा गांव निवासी सह पूर्व नक्सली बिंदेश्वर यादव उर्फ कर्मचारी को रफीगंज बाजार से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

रांची/बुढ़मू : रांची पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली जब महाराज प्रमाणिक के दस्ते का माओवादी पुलिस के हाथे चढ़ गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया की माओवादी दस्ते का सक्रिय सदस्य रहा और पांच पुलिस कर्मियों की शहादत में शामिल था उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर तमाड़ थाना क्षेत्र के राडग़ांव और रंगामटी क बीच से दबोचने में सफलता मिली है.तमाड़ पुलिस और एसएसबी की संयुक्त कार्रवाई में अमित मुंडा गिरोह के सदस्य को दबोचा गया है।

सफलताओं से लबरेज रहा एसपी राकेश रंजन का कार्यकाल, दुर्दांत नक्सली हुए ढ़ेर तो दर्जनों ने किया सरेंडर *चतरा के 31वें एसपी के रूप में विकास पांडेय ने लिया प्रभार, नक्सलवाद व सफेद जहर की खेती के खात्मे का दिया संदेश* , चतरा जिले के 31वें एसपी के रूप में विकास पांडेय ने गुरुवार को योगदान दे दिया। उन्होंने निवर्तमान पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन से प्रभार ग्रहण किया। इस दौरान समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में एसपी राकेश रंजन ने उन्हें गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। मौके पर प्रभार ग्रहण करने के बाद जिले के नए पुलिस कप्तान ने कहा कि वे जिले की आबोहवा से पूर्व परिचित हैं। यहां उग्रवाद, अपराध व मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों से कोई समझौता नहीं होगा। हर हाल में विकास में बाधक व समाज के लिये कोढ़ बन चुके गैर-कानूनी कृत्यों में संलिप्त लोगों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं निवर्तमान एसपी राकेश रंजन ने कहा कि चतरा जिले में बतौर पुलिस अधीक्षक उनका कार्यकाल उन्हें जीवन भर याद रहेगा। यहां के आम जनमानस और मीडिया से सकारात्मक कार्यों में मिले सहयोग के लिए उन्होंने आभार जताया है। कहा कि आम लोगों और मीडिया के सहयोग के बगैर नक्सलवाद और अपराध के साथ-साथ नशे के काले साम्राज्य के विरुद्ध अभियान संभव नहीं था। राकेश रंजन ने चतरा पुलिस के अधिकारियों व जवानों के साथ-साथ जिले के अमन चैन में तत्पर रहने वाले पैरामिलिट्री फोर्से के पदाधिकारियों और जवानों का भी आभार जताया है। उन्होंने आम लोगों के साथ-साथ मीडिया से नए पुलिस अधीक्षक को भी परस्पर सहयोग करने की अपील की। गौरतलब है कि जिले के नए एसपी विकास पांडेय प्रोमोशनल आईपीएस अधिकारी हैं, इससे पहले वे टंडवा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी भी रह चुके हैं। इसी तरह ताजा तरीन खबरों के लिए सुनते रहिए मोबाइल वाणी धन्यवाद

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रांची/बुढ़मू : बुढ़मू पुलिस ने चकमे मोड़ मे हुई फायरिंग मामले में 3 लोगों को टीएसपीसी उग्रवादियों के धाराओं मे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है ,वहीं 6 लोगों की तलाश मे बुढ़मू पुलिस लगातार ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। बताते चले की गिरफ्तार लोगों में तीन लोग शामिल है, जिनके पास से एक बाईक बरामद किया गया, साथ ही घटना के दौरान पहना हुआ टीशर्ट भी बरामद किया गया, वही पुलिस ने सब्जोनल कमांडर सहित अन्य की तलाश कर रही है. पुलिस गिरफ्त मे आये बहुरा गंझु से अपने स्वीकारोक्ति बयान मे बताया है की गोली चलाने मे वह शामिल था. हलांकि पुलिस ने कोई भी हथियार बरामद नहीं किया है. हथियार बरामदगी व अन्य उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबीस बनाये हुए है। बुढ़मू थाना प्रभारी रामजी कुमार ने कहा है की जल्द से जल्द सभी उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. क्या था मामला : बुढ़मू थाना क्षेत्र के चकमे मोड़ के पास तीन बाईक सवारों ने हवाई फायरिंग करते हुए दो व्यक्तियों को बंदूक के बट से मार कर घायल कर दिया था,घटना 17 फरवरी शनिवार दोपहर में बुढ़मू राय रोड में बुढ़मू के पास स्थित पेट्रोल पंप में तीन बाईक में सवार होकर 9 अपराधीयों द्वारा पेट्रोल पंप से फूल टंकी पेट्रोल लिया था,पैसा मांगने पर हथियार का भय दिखाकर बगैर पैसा दिये साप्ताहिक बाजार बुढ़मू की ओर चले गये थे, वहां टमाटर बिक्री कर रहे एक किसान के साथ भी मारपीट किया था। इसके बाद चकमे की ओर जाने लगे, इसी दौरान बाईक से मांडर से कोठा अपनी बहन के देवर के साथ बहन के घर जा रही एक युवती से छेड़छाड़ करने लगे थे,इसे देखकर बाईक सवार ने चकमे मोड़ के पास बाईक को रोक दिया था। और 9 अपराधी चकमे मोड़ के पास बाईक से उतरे और बाईक सवार कोठा निवासी विकास लोहरा के सिर पर पिस्टल के बट से मार दिया था,घटना देखकर आस पास के लोग वहां जुटने लगे थे,लोगों को जुटता देखकर एक अपराधी ने हवाई फायरिंग की और वहां से फरार हो गये। इस दौरान बीचबचाव करने वाले एक व्यक्ति के सिर में भी चोट लगी थी। सूचना पाकर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दिया था। थाना प्रभारी रामजी कुमार ने सीसीटीवी के माध्यम से अपराधियों की शिनाख्त कर इनकी गिरफ्तारी की। साथ ही अन्य की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. पुलिस को दी थी चुनौती : टीएसपीसी उग्रवादियों ने सारेशाम गोलिबारी कर पुलिस के लिए चुनौती दे दी थी. लगातार हुए फायरिंग की घटना से क्षेत्र मे दहशत व्याप्त हो गया था, इस दौरान रामजी कुमार ने बुढ़मू के नए - नए थाना प्रभारी के रूप मे अपना योगदान दिया था, आते ही इस प्रकार की घटना ने उनकी नींद उड़ा दी थी, लेकिन उन्होंने इसको गंभीरता से लेते हुए मामले का उद्दभेदन करते हुए गिरफ्तार करने मे सफलता पायी. हलाकि उनके लिए यह चुनौती पूर्ण था।

जिलाधिकारी राकेश कुमार और पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन ने कार्यालय प्रकोष्ठ में जमुई प्रशासन के समक्ष पूर्व में चार नक्सली अर्थात अर्जुन कोड़ा , बालेश्वर कोड़ा उर्फ मुखिया जी , सोरेन कोड़ा उर्फ सुरेंद्र कोड़ा तथा नागेश्वर कोड़ा के सरेंडर किए जाने के बाद उन्हें उत्साहवर्धन के लिए आत्म समर्पण व पुनर्वास नीति के तहत सोमवार को ढाई- ढाई लाख रुपये बतौर प्रोत्साहन राशि प्रदान किया। इनमें तीन नक्सली अर्थात अर्जुन कोड़ा को 10540 रूपये , नागेश्वर कोड़ा को 3288 तथा बालेश्वर कोड़ा को 180 रूपये अलग से हथियार जमा करने के एवज में दिए गए। राशि पाकर परिजन खुश नजर आए। अंकित करने वाली बात है कि नक्सल उन्मूलन अभियान के दौरान पुलिस के बढ़ते दबाव और सरकार की पुनर्वास व आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर नामित नक्सलियों ने नक्सल पंथ से तौबा कर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। प्रशासन के मुताबिक अर्जुन कोड़ा , नागेश्वर कोड़ा , बालेश्वर कोड़ा और सोरेन कोड़ा बड़े नक्सल वारदातों में शामिल रहा है। आत्मसमर्पण करने पर सभी को उत्साहवर्धन हेतु आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के तहत ढाई-ढाई लाख रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया गया। जिलाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि तथाकथित नक्सली माओवाद को तौबा कर मुख्य धारा में शामिल हों ताकि इनका भी तेजी से विकास किया जा सके। उन्होंने नक्सलियों के सोन्ध में जाकर वहां के नागरिकों को जगाने की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन ने कहा कि अमन-चैन के वास्ते नक्सलियों से आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने माओवादियों को मुख्य धारा में शामिल होने या फिर जिला बदर हो जाने का संदेश दिया।

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