चेवाड़ा प्रखंड अंतर्गत सियानी गांव में कृषि विज्ञान केन्द्र अरियरी के द्वारा 50 एकड़ भूमि में जलवायु अनुकूल खेती के तहत गरमा मूंग बीज की बुवाई की गई। इस बाबत कृषि विज्ञान केन्द्र के केन्द्र प्रभारी सह कृषि वैज्ञानिक डॉ विनय कुमार मंडल ने बताया कि शून्य जुताई के तहत बीज की बुवाई की गई। यानि खेत गेहूं फसल की कटनी के बाद उस परती भूमि में ट्रैक्टर से बिना कोई जुताई किए बगैर सीधे तौर पर जीरो टिलेज मशीन की सहायता से बीज की बुवाई कर दी गई। इस अवसर पर केन्द्र प्रभारी के साथ साथ कृषि वैज्ञानिक डॉ डी एन पांडेय और डॉ नवीन कुमार मौजूद थे।उन्होंने बताया कि इस गांव के अलावा प्रत्यक्षण के गरमा मूंग बीज की बुवाई निकटवर्ती बेलछी गांव के पचास एकड़ भूमि किया जा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की भूमि में पहली बार विस्तृत भूमि में गरमा मूंग की खेती की जा रही है।उन्नत प्रभेद के मूंग बीज के कारण फसल भी काफी अच्छी होंगी। ऐसा दावा केन्द्र प्रभारी ने किया है।पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।