बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं, कि आज के दौर में विज्ञान अपने चरम सीमा पर पंहुचा हुआ है। हम कहीं भी रहें लेकिन विज्ञान से जुड़े रहते हैं। जिससे हमारा काम आसान हो जाता है। परन्तु आज यह हम सभी के लिए घातक साबित हो रहा है। क्योंकि प्राकृतिक को माँ के समान माना जाता है। लेकिन आज हम प्राकृतिक से दूर होते जा रहें हैं। आज की रोजमर्रा की जिंदगी में लोग कहीं भी जाने के लिए वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन वाहनों से निकलने वाला धुआँ हम सभी के लिए घातक साबित होता है। इससे लोग कई तरह के बिमारियों का भी शिकार होते जा रहें हैं। तकनिकी हमारी बेहतरीन के लिए है, इसलिए इसे जितना कम हो सके उतना ही इस्तेमाल करना चाहिए। ताकि प्राकृतिक को कम से कम हानि पहुचें।