बिहार राज्य के जमुई जिला से ज्योति कुमारी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है ,कि बेटियाँ पराई नहीं होती है। पराई कर दी जाती है।पाल पोसकर जब की बड़ी ,कहकर पराई क्यूँ विदा कर दी जाती है ।जिस घर आँगन बेटी खेली कूदी ।उस घर आँगन को ना चाहकर भी छोड़ जाती है ।जिस मायके में जान बसती है बेटी की ,शादी के बाद उसी मायके में पराई कर दी जाती है । अनचाही कोई मुसीबत जब बेटी कहकर पराए घर की बात, ससुराल पर छोड़ दी जाती है ।