बिहार राज्य के जमुई जिले से सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं, कि हमें यह सुनने में बहुत बुरा लगता है की आज भी शिक्षा के स्तर में सुधार करने की आवश्यकता है। मगर आज यह सबसे बड़ा सच है। बड़े-बड़े अफसरों के बच्चे महंगे प्राइवेट स्कूलो में पढ़ते हैं। और असफर ऊपरी मन से दिखावा के लिए कहते हैं, की सरकारी विद्यालयों के शिक्षा स्तर में सुधार की जरुरत है। परन्तु क्या बड़े-बड़े अफसर कभी सरकारी स्कूलों में एक बार भी देखने नहीं जाते की आखिर स्कूलो में छात्रों को किस तहर से शिक्षा दी जा रही है। अफसरों का काम केवल कार्यालय में बैठ कर निर्देश जारी करना है। भले ही वह निर्देश लागु हो या ना हो। इससे गरीब बच्चों का भविष्य अंधकार मय होता जा रहा है। आज यह जरुरी है कि सरकार कानून में संशोधन करें और सभी अफसरों के बच्चों का नामांकन सरकारी विद्यालय में कराएं। इससे अपने शिक्षा में सुधार आ जाएगा।