मध्यप्रदेश राज्य के जमुई जिलें से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी पर यह बताया की पर्यावरण मनुष्य के लिए अत्यंत उपयोगी हैं।पर्यावरण मानव जीवन का आधार हैं, परन्तु आज मानव इनके इस महत्व व उपयोग को न समझते हुए इनकी उपेक्षा कर रहा है।कुछ लाभों को महत्व देते हुए इनका लगातार दोहन करता चला जा रहा है।जिस कारण ग्लोबल वार्मिंग हो रही है,और ठण्ड के मौसम में भी ठण्ड नहीं लगती है, और बारिश भी उतना नहीं हो रहा है।जिस कारण किसनो के खेत सूखे का शिकार हो रहे है।लोग जितने वृक्ष कटते हैं,उतनी लगनी भी चाहिए, परन्तु ऐसा नहीं हो रहा है और इनकी संख्या लगातार घटती जा रही है। परिणामत: अनेकों समस्याएँ मनुष्य के सामने उपस्थित हो रही है।मनुष्य हवा में उपस्थित ऑक्सीजन को श्वास द्वारा ग्रहण करके जीवित रहता है. पेड़-पौधे ही प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में ऑक्सीजन छोड़ते हैं. इस तरह मनुष्य के जीवन का आधार पेड़-पौधे ही उसे प्रदान करते हैं. इसके अतिरिक्त प्राणियों का आहार वनस्पति है. वनस्पति ही प्राणियों को पोषण प्रदान करती है। इसलिए पर्यावरण संरक्षण बहुत जरुरी है. इसलिए आज हम वन संपदा की दृष्टि से निर्धन होते चले जा रहे हैं ,और उसके कितने ही परोक्ष दुष्परिणामों को प्रत्यक्ष हानि के रूप में सामने देख रहे हैं।