बिहार के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से विजय कुमार सिंह जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि आज के दौर में युवा पीढ़ी के पास स्मार्ट फ़ोन और कंप्यूटर है। और वे इंटरनेट और गूगल का इस्तेमाल कर के कोई भी सूचना प्राप्त कर सकते है।पर दुनिया ने अभी तक इंटरनेट और गूगल सर्च को किताबों के विकल्प के रूप में पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया है।सबसे अहम् सवाल यही है की युवा पीढ़ी को किताबें पढ़ने के लिए कैसे प्रेरित किया जा सकता है। इस सवाल का हल ढूंढने के लिए सरकारी स्कूलों और परिवारों को अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी।स्कूलों में लाइब्रेरी और किताबें तो है, किन्तु उन्हें पढ़ने की आदत को विकसित करने की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।अभिभावक भी प्रतियोगी परीक्षाओं और कोचिंग पर ज्यादा ध्यान देते है।वे अपने बच्चों को महंगे स्मार्ट फोन तो खरीद कर दे सकते है, लेकिन किताबे नहीं खरीद सकते।