ज्योति कुमारी,जिला जमुई के सिकंदरा प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहती है कि शिक्षा के महत्व को समझना चाहिए क्योकि शिक्षा हमारे जीवन की धूरी है और इसके बिना जीवन की सफलता की कल्पना भी नहीं की जा सकती है.आज ज्यादातर लोगो से पूछने पर पता चलता है कि लोग नौकरी और डिग्री के लिए पढ़ाई कर रहे है परंतु इन दोनों के बीच पतली सी लकीर है जिसे समझने की जरुरत है.हमारा पढ़ाई का उद्देश्य सिर्फ डिग्री पाना नहीं होना चाहिए बल्कि उसे जीवन में उतारने की जरुरत है।शिक्षा एक अमूल रत्न की तरह है क्योकि समाज में सकारात्मक परिवर्तन तभी ला सकते है जब अच्छी तरह शिक्षित होंगे।यह ही वह मूल मंत्र है जो सही मायने में सरल और सशक्त बनाती है साथ ही शिक्षित होना ऊचाइयों को छूने के बराबर है।