विजय कुमार सिंह,जिला जमुई के सिकंदरा प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की शैक्षणिक ज्ञान के साथ सांस्कृतिक ज्ञान भी जरूरी है।भारतीय आज अपनी संस्कृति को पीछे छोड़ पश्चिमी सभ्यता को अपना रहे है।युवा पीढ़ी में फैशन की ओर ज्यादा भटकाव आया है।आज के युवा पारम्परिक वस्त्र छोड़ते जा रहे है।वही देश के युवा नशे की लत में फँसते जा रहे है।आज देश में महिला हिंसा तथा अन्य घटनाओं पर काफी इजाफा हुआ है जो समाज में ठहराव उत्पन कर दिया है।इस तरह की घटनाएं समाज की विकृतियों को उजागर करता है।वही लोग अपने बच्चो को पढ़ाई के लिए प्रेरित करते है तथा अच्छी शिक्षा के लिए लाखों रुपया खर्च कर अन्य प्रदेश भेजते है परन्तु उनके रहन-सहन और जीवन शैली पर कभी गहनता से ध्यान नहीं देते है।इसलिए बच्चो को योग्य नागरिक बनाने के लिए शैक्षणिक ज्ञान के साथ संस्कारी शिक्षा भी देना जरुरी होता है।