जिला मधुबनी,से रामानंद सिंह जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मधुबनी जिले में स्वास्थ्य विभाग की भी अजीबो गरीबो दास्ताँ है।कहीं डॉक्टर है तो कही कम्पाउंडर नहीं है और कहीं कम्पाउंडर है तो डॉक्टर नहीं और अगर दोनों है तो दवा का अभाव रहता है।इसी परिप्रेक्ष में केन्द्र सरकार के प्रायोजित कार्यक्रम में भी जब डॉक्टर नदारत रहा करते है अस्पताल से तो अन्य दिनों की बात ही क्या करना।प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व योजना के अंतर्गत पिछले दिनों अंधराठाढ़ी स्थित रेफरल अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परिक्षण किया जाना था।लेकिन जाँच के दौरान अस्पताल में ना तो डॉक्टर दिखे और ना ही लोगो का सही तरीके से स्वास्थ्य परीक्षण ही हुआ।क्योंकि डॉक्टर थे ही नही।और जो डॉक्टर आये थे वो अपना हाजिरी बना कर निकल गए थे।शिविर में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत आधे दर्जन चिकित्सक अनुपस्थित पाए गए।अस्पताल प्रशासन के मुताबिक पाँच काउन्टर बनाया गया था। फिर भी लोगो के स्वास्थ्य की जाँच नहीं हो सकी । नवजात की जाँच महिला महिला चिक्तिसक को करना था जबकि महिला चिकित्सक दिन में एक बजे के बाद गायब पायी गयी।