जिला जमुई प्रखंड सिकंदरा से विजय कुमार जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि देश में मौजूदा कृषि संकट का ईलाज कृषि बाजार में बड़े सुधार के अंदर है,ना की कर्ज माफ़ी और सब्सिडी जैसे कदम में।असली मसला यह है कि दिन प्रतिदिन किसानों की कृषि लागत बढ़ रही है तब तमाम रियायतो के मिलने के बावजूद भी किसान अपनी उत्पादन का वाज़िब मूल्य नहीं हासिल कर पा रहे है।ऐसे में जिला कृषि बाजारो में सुधार में निहित,सरकार के भीतर कृषि विभाग का मुख्य फोकस खेती ,किसानी ही रहा है।वे मुख्य रूप से खाद,बीज और कीटनाशक की उपलब्धता को संभालते रहे है।खेती में अगर समय से सब कुछ ना हो तो उसका कोई अर्थ नहीं रहता।तकनिकी तरक्की के कारण आज इनपुट मैनजमेंट ज्यादा मुश्किल नहीं रह गया है।असली मक़सद यह है की किसानों को उनकी पैदावार के सही मूल्य मिले