बिहार के सिकंदरा,जमुई से विजय कुमार ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि देश की प्रगति में भ्र्ष्टाचार और साम्प्रदायिकता बाधक है। साम्प्रदायिकता की बात कर के, भ्र्ष्टाचार में लिप्त रहना भी उचित नहीं है।दुर्भाग्यवश मौजूदा समय में यही हो रहा है और सेकुलर होने का दवा करने वाले तथा भ्र्ष्टाचार मे लिप्त पाए गए, जन -प्रतिनिधिओं की लिस्ट बहुत बड़ी है।हालांकि आम जनता जागरूक हो गई है एवम सेकुलरिज्म की आड़ में भ्र्ष्टाचार को समझ चुकी है।सुशासन और पारदर्शिता अब राजनीती का मूल मंत्र बन गया है ,जो लोकतान्त्रिक व्यवस्था के लिए शुभ संकेत है।