जिला जमुई प्रखंड सिकंदरा से विजय कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की हमारे आजाद देश भारत में आज नारियाँ महफूज नहीं है।भारत जैसा पावन देश आजाद होते हुए भी अपनी सोंच ,विचार और व्यवहार का गुलाम बना हुआ है।आज जातिवाद ,गरीबी और अत्याचार देखकर रूह काँप जाती है।शायद इसलिए हमारे देश की नारी अपने आप को महफूज महसूस नहीं करती है।देश कभी विश्व गुरु के नाम से जाना जाता था ,परन्तु आज हमारा पावन देश चंद वयक्ति के कारण दूषित हो रहा है।यही वजह है की अग्रेजो से हमें आजादी तो मिल गयी लेकिन आजादी की सार्थकता पूरी नहीं हो पायी।कहने को तो हमारा देश लोकतान्त्रिक व धर्मनिरपेक्ष देश है लेकिन यह सब किताबों के पन्नो तक ही सिमित है। हमारे यहाँ के नेता खुले तौर पर जातिवाद करते देखे जाते है।कैसी सोच के गुलाम है हम, जो धर्म के नाम पर अपने ही देश में जातिवाद और हिंसा फैला रहे है।