जिला मधुबनी प्रखंड खुटौना से चंदू जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की डॉक्टर को भगवान मानते थे।परन्तु आज का डॉक्टर सरकारी ,लाइसेंसधारी या प्राइवेट या झोलाछाप डॉक्टर वर्तमान में शैतान ,व्यपारी आपदाई बन बैठा है।प्राइवेट या झोलाछाप डॉक्टर से आम जनताओ का तत्क्षण इलाज हो पाता है। परन्तु उपचार की फीस व दवा की कीमत समस्त परिवार को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। जेवर ,जमीनव जायदाद ,पेड़ पौधों ,पशु ट्रैक्टर कर्ज लेकर चुकता करने में बीमार वयक्तियों के परिजन तबाह हो जाते है।अब ऐसा समय आ गया है की बिना फीस के डॉक्टर मरीज को देखते भी नहीं है।रुपये के आभाव में अनगिनत मरीजों की मौते हुई है।गावं से लेकर शहरों तक गैरलाइसेंसी अस्पतालों और डाक्टरो की कमी नहीं है। प्राइवेट डाक्टरो द्वारा लिखी दवा उनकी ही निजी दुकानों में मिलती है अन्य दुकानों में नहीं।यही नहीं सरकारी डॉक्टर अस्पतालो में आये मरीजों के साथ संतोषजनक बात भी नहीं करते।करते भी है तो कहते है की सरकारी अस्पतालों में क्या सुविधा है जो मै आपका इलाज करू, आप मेरे निजी क्लिनिक में चले आइये।