जिला जमुई प्रखंड अलीगंज से ज्योति जी मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है की लोगो को मानसिकता बदलने की जरुरत है।भारतीय संस्कृति का हवाला देकर दुष्कर्म जैसे मामलों में महिलाओं को ही हमेशा दोषी माना जाता रहा है।लोगो का मानना है की छोटे कपडे पहनने वाले महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाये होती है।इसमें कितनी सच्चाई है इसके लिए एक रास्ट्रीय स्तर पर शोध करने की जरुरत है।जो लोग ऐसी बातें करते है उन्हें अपने लड़को को समझाने की जरुरत है कि तुमलोग दुष्कर्म करना बंद करो। दुष्कर्म एक घटना की बात नहीं है ,बल्कि यह एक मानसिकता की बात है।आज अगर महिलाएं पुरषो के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है तो यह पुरुष वर्चस्व स्थापित करने वाले लोगो को अच्छी क्यों नहीं लग रही है।