जिला जमुई सिकंदरा से विजय कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि समाज के लिए यह विचार करना जरुरी है कि बेटियों को बचाने के लिए योजना अभियान या कार्यक्रम की जरूरत क्यों आ गई। पर सामाजिक सोच की संक्रियता एवं वैज्ञानिक यंत्रो की उपलब्धता ने लोगो को एक नया जीवन देखने से वंचित कर रखा है आज भी चोरी-छिपे अवैध रूप से लिंग जांच का कार्य तेजी से छोटे-छोटे शहरो में भी करते नजर आ रहे है। यदि इस समाज में कोई बच्ची जन्म ले लेती है तो घर समाज के लोग ही उसपर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष बेड़ियां लगा देते है। वहीं बेटियों के जन्म होते है महिलाओ के साथ दूर व्यवहार किया जाता है जैसे वह लड़की को जन्म दे कर कोई पाप या गुनाह कर दी हो।