मौजूदा वक्‍त में दुनिया के कई मुल्‍क अवैध घुसपैठियों की समस्‍या से परेशान है। घुसपैठियों की समस्‍या पर लगाम लगाने के लिए मुल्‍कों में अलग अलग तरकीबें इस्‍तेमाल की जा रही हैं। भारत में एनआरसी के जरिए इनकी पहचान की कवायद चल रही है तो वहीं अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाना चाहते हैं। अब अमेरिकी अधिकारी एक अलग तरकीब लेकर आए हैं। वे फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए गैरकानूनी तरीके से दाखिल होने वाले लोगों पर नजर रखेंगे। अब फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर वीजा, ग्रीन कार्ड और नागरिकता हासिल करने के इच्छुक विदेशियों पर नजर रख सकेंगे। प्राप्‍त जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी गृह मंत्रालय की ओर से जुलाई 2019 में गोपनीयता संबंधी संभावित मामलों की समीक्षा की गई जिसके बाद इसमें अधिकारियों पर फर्जी आकउंट बनाने पर लगी रोक को हटा लिया गया।यूएससीआईएस ने अपने बयान में कहा है कि अधिकारियों के फर्जी अकाउंट बनाने से फर्जीवाड़े के संभावित सबूत हासिल करने में आसानी होगी। साथ ही यह तय करने में भी सहूलियत होगी कि किसी व्यक्ति को प्रवेश देने से अमेरिका की सुरक्षा को खतरा तो नहीं है। यहां बता देना जरूरी है कि इस नीति में बदलाव से पहले विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी वीजा आवेदन करने वालों के लिए सोशल मीडिया आकउंट की जानकारी देना अनिवार्य कर दी थी। माना जा रहा है कि हालिया बदलाव ट्रंप प्रशासन की अमेरिका आने वाले यात्रियों की विस्तृत जांच का हिस्सा है। कोई भी देश अपनी सुरक्षा को ले बेहद चिंतित होता है और अपनी सुरक्षा के लिए हर सम्भव प्रयास करता है। भारत को भी अपनी सुरक्षा के लिए ऐसे और क्या पहल करने चाहिए जिससे दूसरे देश के लोग यहाँ कोई अप्रिय घटना की साजिश ना कर सके। इस विषय से संबन्धित आप अपनी राय और विचार हमारे साथ साझा करें अपने फोन में नंबर 3 दबा कर। अगर यह खबर आपको अच्छी लगी तो लाईक का बटन दबायें।