यात्रियों की समस्याओं को हल करने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए रेलवे ने कई हेल्पलाइन नंबर्स जारी किए हैं। ऐसे महत्वपूर्ण नंबरों की संख्या 36 है। कई बार यात्री इनके जाल में ही उलझकर रह जाता है और उसकी परेशानी हल नहीं हो पाती। अब रेलवे हेल्पलाइन नंबरों की उधेड़बुन से निजात दिलाते हुए असली 'रेल मदद' मुहैया कराएगा। 'रेल मदद' एक तरह की वेबसाइट होगी। इसका मोबाइल ऐप भी जल्द लॉन्च किया जाएगा। फिलहाल 'रेल मदद' का ट्रायल चल रहा है। इसके शुरू होते ही 139 (इन्क्वॉयरी) को छोड़ कर रेलवे के बाकी हेल्पलाइन नंबर बंद हो जाएंगे।'रेल मदद' ऐप में हर तरह की शिकायत के लिए अलग-अलग आइकॉन दिए गए हैं। मसलन, ट्रेन के अंदर किसी शिकायत पर ट्रेन कंप्लेंन । स्टेशन पर किसी परेशानी पर स्टेशन कंप्लेंन ऑप्शन अलग-अलग हैं। शासन के जनसुनवाई पोर्टल की तरह ही 'रेल मदद' ऐप में भी आप जान सकेंगे कि शिकायत पर क्या करवाई हुई या कहां तक शिकायत पहुंची। इसके लिए ट्रैक योर कंप्लेंन का भी ऑप्शन है। रेलवे द्वारा शुरू की गयी यह सेवा बेहद अच्छी शाबित होगी अगर यह ट्रायल सफल हुआ तो यह प्रयास यात्रियों के लिए कितना लाभप्रद सिद्ध होगी आप अपने विचार और सुझाव हमारे साथ साझा करें अपने मोबाइल में नंबर 3 दबा कर।