अरविन्द सिंह राजपूत,जिला शिवपुरी के कमालपुर से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि किसानों की फसल चार-पांच साल से लगातार बर्बाद हो रही है जिसके कारण किसान सालों साल कर्ज लेते जा रहे है और फसल निकल नहीं रही है जिसकारण वे कर्ज को सही समय पर नहीं चुका पा रहे है और यही वजह है की उस पर बोझ बढ़ता जा रहा है.वही किसानों के परिवार का रहन-सहन,खान पान और जीवन निर्वाह सही से नहीं होने के कारण वह दुःखी है साथ ही बैंको और साहूकारों का दबाव आने के कारण किसान आत्महत्या करने को विवश है।वही देश-प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है कि किसानों की आत्महत्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।