फूलो हसदा,पोटका से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाह रहे है की 10 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चो के साथ बाल यौन शोषण होता है क्योकि उस समय बच्चियो का बोल-चाल,रंग-ढंग बदल जाता है और उनमे शारीरिक बदलाव आते है जिस कारण उन्हें कोई भी बात बतलाने से डर लगता है.इसलिए 10 वर्ष के बाद माँ-बाप को अपनी बच्चो के साथ माँ-बाप जैसा नहीं दोस्त जैसा वयवहार करना चाहिए तभी बच्चो के दिल की बात को जान सकते है और इनका कहना है की हमें बेटियो की पढ़ाई तथा आजादी को नहीं बाल यौन शोषण को दूर भगाना है।
