फूलो हसदा,पोटका से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाह रहे है की घर के परिवार के बच्चो में भेद-भाव बाल यौन शोषण का कारण है.क्योकि स्कूल जाने के लिए बेटी को पैदल तथा बेटा को साइकिल दिया जाता है.उस जगह में भी बेटी कभी कभी स्कूल अकेली चली जाती है.ऐसे समय में बच्चो को जायदातर मुश्किलो का सामना करना पड़ता है।अगर बेटी साइकिल से जाना चाहती है तो उसे मना कर दिया जाता है और कहा जाता है की वो बेटा है तो वह स्कूल साइकिल से ही जायेगा और तम्हे जाना है तो वरना मत जाओ।इसके लिए सरकार द्वारा साइकिल वितरण रहा है तथा इनका कहना है की बाल यौन शोषण को रोको न की बढ़ावा दो।