झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से समाजसेवी निर्मल महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि पंचायत चुनाव के बाद भी पंचायतों का विकास इसलिए नहीं हो पाया, क्योंकि इस पद की गरिमा और इसके अधिकारों के बारे में उम्मीदवारों को कोई ज्ञान ही रहता है। पंचायत चुनाव में जीतने का उद्देश्य सेवा भाव नहीं बल्कि मेवा का लालच होता है।अतः एक विकसित पंचायत के लिए यह बहुत जरूरी है कि मुखिया भ्रष्ट ना हो कर शिक्षित और ईमानदार हो
