झारखंड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह से जे एम रंगीला मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि झारखंड राज्य में ग्राम पंचायत का वित्तीय चुनाव दिसंबर 2015 में संपन्न हुआ। पंचायत राज्य व्यवस्था का झारखंड के गठन के उपरान्त 2010 में प्रथम चुनाव हुआ था। चुकी गुंजाडीह नावाडीह प्रखंड का एक अनोखा पंचायत है। जिसमे मात्र एक ही राजस्व गाँव गुंजाडीह अवस्थित है। जहाँ वीणा देवी सहिया के पद पर कार्यरत थी। उसके बाद 2015 पंचायत चुनाव में वे गुंजाडीह पंचायत की मुखिया चुनी गई थी। ततपश्चात सहिया का पद रिक्त हो चुका है। वहीँ डेढ़ वर्ष पूर्व उपविकास आयुक्त बोकारो के आदेश से ग्रामसभा आयोजित कर सहिया का चुनाव किया जाना था। परन्तु मुखिया के वजह से यह चुनाव अधूरा ही रह गया और आज भी गुंजाडीह पंचायत में सहिया का पद खाली पड़ा हुआ है।जबकि एक सहिया का पद स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है।सहिया नहीं रहने के कारण महिलाओं को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।कई बार प्रखंड के प्रमुख विधायक,सांसद,जनता क्षेत्र के विकास के लिए बड़े-बड़े वादे करते हैं।पर विगत चार वर्षों से यह पद रिक्त पड़ा हुआ है और इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है।