झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से जे.एम रंगीला ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गोमिया प्रखंड के आदिवासी बहुल पंचायत सिरायी के अंतर्गत बोसे राजस्व नाम का गाँव स्थित है। जहाँ गोमिया वन क्षेत्र के गोसेबिट में फ़रवरी-मार्च 2019 में बाँस बख़ार के कार्य में बोसे राजस्व गाँव से कई मजदूरों ने चार-चार माह तक कार्य किया था और मजदूरों को 237 रूपए प्रतेकदिन की मजदूरी के अनुसार 6162 रूपए एक माह की मजदूरी के रूप में दिया जाना था। पर विडंबना यह है कि सभी मजदूरों को इतना पैसा अब तक नहीं मिला। जब मजदूरों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि किसी मजदुर को चार हजार तो किसी मजदुर को पांच या छः हजार रूपए का ही भुगतान किया गया है। अर्थात सभी मजदूरों को केवल एक माह का ही वेतन मिला है और शेष तीन माह का मजदूरी आठ मजदूरों का लगभग एक लाख चौवालीस हजार के करीब की राशि का भुगतान अब तक लंबित पड़ा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार वन रक्षी,वन पाल के साथ-साथ वन विभाग के उच्चाधिकारीयों द्वारा राशि की निकासी कर बंदरबाट किया जा चूका है। इस विषय पर झारखंड राज्य किसान सभा के सयुंक्त सचिव श्याम सुन्दर महतो ने बोकारो के उपायुक्त मुकेश कुमार तथा बोकारो के उपश्रमायुक्त से अविलम्ब बकाया मजदूरी की भुगतान करने की मांग की है।