बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला के मोरवा प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता राज कुमार ने बताया कि मोरवा प्रखंड के सोहर पंचायत के मुखिया धर्मेंद्र राम ने वीडियो को एक लिखित आवेदन देकर सचिव और मुखिया का हस्ताक्षर प्रमाणित करने के लिए आग्रह किया है। आवेदन में कहा गया है कि हस्ताक्षर अभिप्रमाणित नहीं होने के कारण विकास कार्य अवरुद्ध है। परंतु बताते चलें कि उक्त मुखिया धर्मेंद्र राम को यह आज तक आभास नहीं है कि वह मुखिया है और वह अपने मालिक के यहाँ बंधुआ मजदूर की तरह काम करते हैं। मुखिया का सारा काम उसके मालिक ही किया करते हैं। यहाँ तक कि ग्राम पंचायत में सरकार भवन के उद्घाटन के सिलावट पर भी उसका नाम नहीं बल्कि उसके मालिक का ही नाम लिखा गया था। बावजूद इसके अभी तक विभागीय कोई कार्रवाई नहीं हुई है ना ही किसी का ध्यान इस ओर आकृष्ट नहीं हुआ ।इसका कारण यह है कि अपने अधिकार के लिए कभी मुखिया धर्मेंद्र राम ने आवाज ही नहीं उठाई । आज भी वह स्वतंत्र भारत के तहत में वर्षों से गुलाम की तरह जिंदगी जी रहे हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।