आज ही अपने रब को मना लो जिंदगी का कोई ठिकाना नहीं है। अल्लाह पाक को अपने बंदे से बहुत प्यार है। अपने आमाल को आज हम सभी को दुरुस्त करने की जरुरत है।अल्लाह की रहमत से कभी ना उम्मीद नहीं होना। मौलानाा का काम अपनी कौम को आईना दिखाना है।समझने और अपने आपको समझाने का काम हर इंसान को अपने तन और मन से करना होगा। आदि बातें मुस्लिम धर्मगुरुओं ने जलशा ए फैजाने शब ए बारात काॅन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए हदीस और कुरान की रौशनी में कही।सिंहवाङा के बहुआरा बुजुर्ग गांव में बाबा खास पीर के दरबार में बङी संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिली। मीर मो० शहनवाज एवं मो० निसारुल ने फूल कि चादर चढ़ाते हुए अपनी खुशी का इजहार किया। वहीं शहदेव पासवान , रवि पासवान आदि ग्रामीणों ने चादरपोशी करके आपसी भाईचारे का संदेश दिया। खादिम नसिर शाह ने बताया कि हर साल सभी धर्म के लोग यहां दूर दराज से पहुंचकर अपनी मन्नत पूरी होने पर चादरपोशी करते हैं।इस दरबार से सभी लोगों की आस्था जुङी हुई है।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मदरसा गुलशन ए रजा गरीब नवाज के प्रधानाचार्य कारी मो० नेमतुल्लाह रजवी ने कहा पूरे एक साल का रजिस्टर अल्लाह पाक शब ए बारात की रात फरिश्ते को सौंप देते हैं।साल भर का हिसाब और हर इंसान की तकदीर शब ए बारात की रात लिखी जायेगी। यह बङी मुबारक रात है। संचालन मो० तौफीक ने किया।मौलाना अजीम हसन ने कहा हज , नमाज , रोजा , जकात , से हम लोग आज दूर हो रहे हैं। दुनियावी काम में लगे हुए हैं। आखिरत को भूलते जा रहे हैं।अपनी अहमियत को समझने की कोशिश करें। शराब , जुआ , झूठ बेईमानी , के अलावा तमाम बुराइयों से बचना चाहिए। नेक कार्य करने में हमारी कामयाबी और भलाई है। वहीं अब्दुल अल्लाम मिस्बाही , इर्तेजाउल कादरी आदि मुस्लिम धर्मगुरुओं ने बारी - बरी से अपना विचार रखा। मीर मो० आसिफ , मक्की रजा , तौसीफ रजा , मदनी रजा आदि शायरों ने अपने नातिया कलाम से लोगों का दिल जीत लिया।देश दुनिया की सलामती की दुआ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। मौके पर मीर मो० मुस्तकीम , मो० सलाउद्दीन , मो० बसीर , मो० खुर्शीद , मो० अशफाक , मो० जाकिर आदि ग्रामीण कार्यक्रम को सफल बनाने में काफी चौकस नजर आए।मालपट्टी , धरमपुर , माधोपटृी , खजुरवारा , सुंदरपुर , दानी , सरवारा आदि जगहों से बङी संख्या में लोग बाबा के दरबार पहुंचे।