बाबा खास पीर के दरबार की चर्चाएं बहुत दूर तक है। बङी संख्या में यहां फरियादी अपनी मुराद लेकर पहुंचते हैं। मन्नत पूरी होने के बाद लोग चादरपोशी भी करते हैं। शब ए बारात के मौका पर हर साल सिंहवाङा के बहुआरा बुजुर्ग गांव में बाबा खास पीर के दरबार में जलशा ए फैजाने शब ए बारात का आयोजन ग्रामीणों की ओर से होता है। इस वर्ष भी यहाँ सभी तरह की तैयारियां जोरों पर है।शुक्रवार को आजाद चौक स्थित बहुआरा बुजुर्ग गांव के नूरी जमा मस्जिद में ग्रामीणों की ओर से एक बैठक की गई। साफ-सफाई के अलावा बिजली , पानी आदि की व्यवस्था ग्रामीणों की ओर से की गई है। इस बैठक में बच्चे , वृद्ध , युवा सभी हुए शामिल। बाबा के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए हर साल यहाँ तैयारियां पूर्व से ही शुरू हो जाती है। रंग रोगन के अलावा गांव की गलियों को अभी युवाओं की ओर से दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। वहीं शब ए बारात की रात होने वाले जलशा ए फैजाने शब ए बारात में बिहार के अलावा दिल्ली , मुम्बई , आदि जगहों से कई मुस्लिम धर्मगुरु भी शामिल होंगे। अध्यक्षता करते हुए कारी मो० नेमतुल्लाह रजवी ने बताया कि यह एक खास पल है। इसमें हम सभी को अपने गुनाहों से माफी मांगना चाहिए। मीर मो० शहनवाज ने बताया बाबा खास पीर का दरबार शाम होते ही गुलजार हो जाता है। बङी संख्या में मुहम्मदपुर , दानी , सरवारा , सुंदरपुर , धरमपुर , मालपटृी , टेकटार कनौर सहित दूर दराज से लोग यहां पहुंचते हैं। रात भर बाबा खास पीर के दरबार में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। ग्रामीणों के बीच हर्षोल्लास का माहौल है। घरों में बनने वाले पकवानों को लेकर खरीदारी भी बाजारों में चल रही है। बाजारों में रंग बिरंगी मोमबत्ती सजी हुई है। अगरबत्ती आदि की भिनी भिनी खुशबू फिजाओं में रस घोल रही है। मौके पर मीर मो० शरफेआलम , मो० शफीअहमद , मो० जुबैर , मो० सलाउद्दीन , मीर अलीम , इर्तेजाउल कादरी , मो० तौफीक , आदि मौजूद रहे।