दरभंगा । विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा में विभागाध्यक्ष प्रो० उमेश कुमार के अध्यक्षता में प्रसिद्ध साहित्यकार उषा किरण खान को श्रांद्धाजलि अर्पित करने के लिए शोकसभा का आयोजन किया गया। हिन्दी और मैथिली साहित्य के प्रसिद्ध साहित्यकार तथा पद्मश्री से सम्मानित डॉ० उषा किरण खान का निधन दिनांक 11.02.2024 को हो गया। उनके आकस्मिक निधन कि सूचना से पूरा साहित्य जगत स्तबध है। उनके निधन से हिन्दी साहित्य का बड़ा नुकसान हुआ है। हिंदी में लिखी उनकी कहानियां, उपन्यास और नाटक समाज के हर तबकों का मार्गदर्शन करेंगी। हिन्दी के अलावा उन्होंने अपनी मातृभाषा मैथिली में भी अपनी लेखनी के जरिये समाज के विभिन्न पहलुओं पर रोशनी डालते हुए लोकजीवन को अवगत कराया। उनकी रचनाओं में ग्रामीण संवेदना, पारिवारिकता, आमलोगों के दुःख-सुख तथा जीवन जगत की सम्पूर्ण कोलाहल का सहज वर्णन मिलता है। उनकी रचनाओं में स्त्री-विमर्श की सघन आहट शुरूआत से ही मौजूद रही है। उनका सांस्कृतिक व्यक्तिव काफी धनी था। उनके रहने का मतलब था कई तरह के सांस्कृतिक साहित्यिक हलचलों को गति देना। इस दौरान विभाग के वरीय आचार्य प्रो० चंद्रभानु प्रसाद सिंह, सह-आचार्य डॉ० सुरेंद्र प्रसाद सुमन, सह-आचार्य डॉ० आनंद प्रकाश गुप्ता, सहायक प्राध्यापिका डॉ० मंजरी खरे, शोधार्थी सियाराम मुखिया, दुर्गानंद ठाकुर, जयप्रकाश कुमार, कंचन रजक, बेबी कुमारी रुब्बी कुमारी तथा दीपक कुमार आदि एवं भारी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।