शुक्रवार की सुबह सिकंदरा रोड अगहरा के पास टोटो पलटने से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया स्थानीय लोगों के द्वारा घायल व्यक्ति को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया

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बिहार राज्य के जमुई जिला के चकाई से जयकुमार शुक्ल मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी 14 सूत्री मांगों के समर्थन में निकाला रैली आशा कार्यकर्ताओं को पारितोषिक नहीं राज्य कर्मी का दर्जा देने, सभी आशा व फैसिलिटेटर को 25 हजार मासिक वेतन देने, कोरोना महामारी में मृत आशाओं के घर परिवार को 4 लाख रुपए मुआवजा देने, सभी आशाओं फैसिलिटेटर को पेंशन बहाल करने सहित अन्य मांग को लेकर सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।इस खबर को पूरा सुनने के लिए ऑडियो के लिंक पर क्लिक करें

बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अमित कुमार सविता जानकारी दे रहे हैं की सदर अस्पताल बिहारशरीफ इन दिनों दलालों और बिचौलियों का अड्डा बना हुआ है। जब संवाददाता ने इसकी गहन जांच पड़ताल की तो पता चला कि जब कोई प्रसूति महिलाएं या कोई अन्य रोगी चिकित्सा सेवा हेतु सदर अस्पताल पहुंचते है तो वहां पहले से मौजूद बिचौलिए या दलाल मरीज या उनके परिजन को बरगलाने की पूरी कोशिश करते हैं।और उन्हें मोटी रकम वसूलने वाले निजी हॉस्पिटल जाने हेतु विवश और बाध्य कर देते है । अंततः मजबूर होकर मरीज के परिजन उन्हें बाहर से इलाइज करवाने जाते हैं।और आशा कार्यकर्ता कमीशन का पैसा बसुलती हैं। यह खतरनाक खेल कई दिनों से चल रहा है।अभी कुछ दिन पहले ही प्रसव के लिए सदर अस्पताल गई महिला को आशा कार्यकर्ता नीतू ,इंदु आदि बरगला कर बड़ी पहाड़ी स्थित निजी क्लीनिक श्रेया हॉस्पिटल ले गई। जहां खूब रकम वसूल की गई। जब परिजन को महसूस हुआ कि उनसे मोटी रकम वसूल की जा रही है तब उन्होंने इसकी लिखित सूचना डीएम को दी। उसके बाद सदर अस्पताल प्रशासन की सक्रियता से रोगी को निजी क्लीनिक श्रेया हॉस्पिटल से सदर अस्पताल लाया गया फिर उसकी जान बची।इस प्रकार आए दिनों जाने अनजाने कई ऐसी घटनाएं घटती है।अब देखना है कि प्रशासनदलालों और बिजोलिया से निपटने हेतु क्या रवैया अपनाता है।वहीं सदर अस्पताल में कई आशा कार्यकर्ता ऐसे हैं जो मरीजों और उनके परिवार को बरगलाने का काम करते हैं।गहन जांच-पड़ताल के बाद कुछ आशा कार्यकर्ताओं का नाम सामने आया है इनमें सुनीता कुमारी, शोभा देवी, अनार देवी नीतू कुमारी, रंजू कुमारी , पिंकू,पार्वती देवी , मिंता कुमारी सहित कई ऐसे नाम है जो रोगियों को बरगलाने का काम करती हैं। जो भी आशा कार्यकर्ता इन रोगियों को बरगलाने का काम करती हैं उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि किसी मरीज के साथ शोषण ना हो पाए ।

जिला कलेक्टर अवनीश कुमार सिंह ने सोमवार को मिशन परिवर्तन के अंतर्गत सदर अस्पताल में 24 घंटे दवा वितरण काउंटर का फीता काटकर शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि सदर अस्पताल में आने वाले मरीजों को अब हर तरह की दवा उपलब्ध कराई जाएगी। ओपीडी में सभी तरह की जरूरी दवा उपलब्ध रहेगी। इससे दूर - दराज से आने वाले रोगियों को फायदा होगा। डीएम ने प्रत्येक दिन 24 घंटे दवा वितरण किए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि सदर अस्पताल में कार्यात्मक और गुणात्मक सुधार के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। इस व्यवस्था के लागू होने से ओपीडी , आइपीडी एवं इमरजेंसी वार्ड के मरीजों को वितरण कक्ष द्वारा ही दवा मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने कर्मियों का रोस्टर तैयार कर दवा वितरण कराए जाने की बात कही।जिलाधिकारी ने 24 घंटे प्रत्येक दिन दवा काउंटर का उद्घाटन किए जाने के बाद सदर अस्पताल के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया और चिकित्सकों से संवाद स्थापित कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली। उन्होंने इसी क्रम में डेंटल क्लिनिक का भी अवलोकन किया और संबंधित मरीजों को अत्याधुनिक तकनीक वाले उपकरण का लाभ लेने का संदेश दिया। उल्लेखनीय है कि दांत के मरीजों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराए जाने के लिए सदर अस्पताल में अतिविशिष्ट उपकरण का अधिष्ठापन किया गया है।

दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गिद्धौर द्वारा विश्व यक्ष्मा दिवस पर प्रखंड उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनझुलिया में टीवी उन्मूलकन को ले जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आयोजित जागरूकता अभियान में भाग ले रहे चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. बिपुल कुमार ने विद्यालय के छात्र छात्राओं को यक्ष्मा रोग के लक्षण उनसे बचाव आदि के उपायों की जानाकारी दी साथ ही इस रोग के लक्षणों से जुड़े समस्या होने पर तुरंत अस्पताल के टीवी केंद्र से संपर्क करने की बात कही. मौके पर विद्यालय प्रभारी प्रधानाध्यापक रंजीत राम, डॉ. राजेश कुमार फर्मासिस्ट श्रवण कुमार, एनएम अनिता कुमारी, पूजा कुमारी, डोली कुमारी, पारी कुमारी के अलावे कई शिक्षक व दर्जनों की संख्या में छात्र छात्राएं मौजूद थे.

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अगर अभी तक आप कोरोना टीका लेने से घबरा रहे हैं तो देर मत कीजिए.... जल्दी से किसी डाॅक्टर, आशा कार्यकर्ता या फिर स्वास्थ्य कर्मचारी की सलाह लें... ना कि सोशल मीडिया या फिर इधर-उधर से सुनी सुनाई बातों पर विश्वास करें. साथ ही हमें बताएं कि आप कैसे कोरोना टीके से जुडे मिथकों को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं? क्या इस काम में आपको प्रशासन की ओर से कोई मदद मिल रही है? और अगर आप कोरोना का टीका लगवा चुके हैं तो अपना अनुभव हमारे साथ साझा करें. अपनी बात रिकाॅर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

दोस्तों,कोविड का टीका हर तरह के परीक्षण के बाद तैयार किया है और फिर आम नागरिकों तक पहुंचा है. असल में कोरोना का टीका शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाता है. इससे शरीर को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता. टीके के प्रभाव से कुछ लोगों को हल्का बुखार या फिर टीका लगने वाले स्थान पर दर्द हो सकता है लेकिन यह क्षणिक है. यानि एक दो दिन में खुद ठीक हो जाता है. इससे ना तो माहवरी बंद होती है ना ही उस दौरान दर्द होने जैसी कोई समस्या आती है. और ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें .

दोस्तों, मालुम है , स्वास्थ्य विशेषज्ञ समुदाय का कहना है कि शराब पीने या फिर धूम्रपान करने से शरीर के उस तंत्र में बाधा होगी जिसमें कोविड-19 वैक्सीन के बाद एंटीबॉडी का उत्पादन होने की उम्मीद है।डॉक्टर्स का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति कोविड-19 वैक्सीन लेता है और उसके बाद धूम्रपान या शराब पी लेता है, तो इससे एंटीबॉडी के उत्पन होने में बाधा आएगी और जिस स्तर की एंटीबॉडी की ज़रूरत है उतनी शरीर को नहीं मिल पाएंगी . और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें