बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता रजनी कुमार ने सुधीर कुमार सिंह से साक्षात्कार लिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की जलवायु परिवर्तन हो रहा है पर ऐसी परिस्थिति में किसनो को इसकी विस्तारित जानकारी होनी चाहिए ।अभी कृषि विज्ञान के माध्यम से एक ग्रामीण कृषि मौसम सेवा योजना चला रहे हैं।जिसमे प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार और शुक्रवार को एक एडवाजरी जारी करते हैं। जिसमे मौसम के विषय में जानकारी दी जाती है। और बदलते मौसम में किसानो के लिए क्या लाभदायक हो सकता है उसे बताया जाता है। क्या तकनीक हो सकती है उसके माध्यम से सुचना देने की कोशिश कर रहे हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

बिहार राज्य के जिला जमुई के सोनो प्रखंड से राधेश्याम मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि मौसम के बदलने से किसानों का फसल सही ढंग से नहीं हो पा रहा हैं। आगे कह रहे है कि रबी फसल सही ढंग से नहीं होने के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही हैं। कह रहे है कि उनके क्षेत्र में किसान सुखाड़ से परेशान हैं

बिहार राज्य के जिला जमुई से योगेंद्र मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि बदलते मौसम के वजह से लोगों के स्वास्थ्य पर काफी बड़ा प्रभाव पड़ रहा हैं। बता रहे है कि आए दिन लोगों की तबियत खराब हो जा रही है जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। आगे कह रहे है कि मौसम के अनुकूल लोगों के फसल भी सही तरीके से नहीं हो पा रही हैं। अभी रवि फसल का समय है पर लोगों का कहना है कि रवि फसल भी सही ढंग से नहीं हो पा रहा हैं।

बिहार राज्य के जिला जमुई से काशी मांझी मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि उन्होंने अपने खेतों में अभी गेहू की खेती की है। आगे कह रहे है कि खेतों में वो यूरिया तथा डीएपी का प्रयोग करते है। कह रहे है कि फसल में उपजाऊ कम होता है। बदलते मौसम के कारण लोगों की तबियत बिगड़ रही हैं।

बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने भावेश कुमार से साक्षात्कार लिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की बदलते मौसम के कारण खेती प्रभावित हो रही है। उत्पादन में बहुत ज्यादा कमी देखी जा रही है।जैविक खेती बहुत अच्छी होती है। इससे उत्पादन भी अच्छी होती है और मिट्टी की उर्वरक क्षमता भी नष्ट नहीं होती है।सरकार भी किसानों को वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए सहायता राशि देती है। जिससे की किसान रासायनिक खादों का प्रयोग कम करें

बिहार राज्य के जिला जमुई से लवली कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि पहले की तुलना में अब खेती में उपज बहुत कम होती है। कारण बताते हुए कह रही है कि ऐसा इस्सलिये होता है क्यूंकि पहले लोग खेतों में खादों और दवाओं का प्रयोग नहीं करते थे जिससे खेती में उर्वरक शक्ति नष्ट नहीं होती थी वही अब लोग कई प्रकारों के दवाओं और खादों का प्रयोग करते है जिससे खेती में उपज कम होती है साथ ही खेतों की उर्वरक शक्ति भी कम हो गई हैं

बिहार राज्य के जिला जमुई से अमरर मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि पहले किसान जैविक खेती करते थे जिसमे गोबर कूड़ा खेतों में डाला जाता था लेकिन अभी का दौर में ऐसा बिलकुल नहीं होता है किसान अब रासायनिक खेती करते है जिसमे यूरिया जैसे कई चीज़ों को फसल में डालते हैं।बता रहे है कि खेतों में होने वाले केचुएँ की वजह से पहले खेती की उपज काफी ज़्यादा मात्रा में होती थी पर अब यूरिया वगैरा डालने के बाद खेतों में केचुआ नहीं होता है इस्सलिये भी किसानों के खेती की उपज कम होती हैं

बिहार राज्य के जिला जमुई से अशोक मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि समय पर कभी भी अब बारिश नहीं हो पा रहा है ना ही समय पर गर्मी और ठंढ आता है जिसका सीधा असर किसानों के खेती पर पड़ता हैं। आगे कह रहे है कि आए दिन काफी जगहों पर कई सारे पेड़ों की कटाई हो रही है जिस कारण जलवायु परिवर्तन में प्रभाव पड़ रहा हैं इसलिए मौसम के

बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनो प्रखंड से कुंदन कुमार ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि समय के अनुकूल मौसम नही होने से खेती पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।इस परिस्थिति में किसान खेती करने के लिए अलग-अलग उपाय करते हैं।वर्तमान समय में रासायनिक खाद के बिना खेती अच्छे से नही होती है। रासायनिक खाद से खेत पर बुरा प्रभाव पड़ता है,मगर इसके अलावा किसानों के पास कोई चारा नहीं है।

बिहार राज्य के जमुई जिलासे योगेश्वर प्रसाद यादव ने मोबाईल वाणी के माध्यम से मणिकांत कुमार से साक्षात्कार लिया। मणिकांत कुमार ने बताया कि इन्होने जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए हर व्यक्ति को पेड़ लगाना चाहिए।जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि और प्राणियों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है