बिहार राज्य के जमुई जिला के सोनपुर प्रखंड से संवाददाता अमित कुमार ने जानकारी दी कि संवेदक से मिली भगत कर विकास कार्य के नाम पर सरकारी राशि को बंदर बांट करने में लगे हैं।जिसका अंदाजा गिद्धौर जमुई मुख्य मार्ग के निकट से महुली मोड़ से सरसा गांव तक बनायी जा रही सड़क निर्माण कार्य को देखकर इसका अंदाजा साफ लगाया जा सकता है।सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग कर निर्माण कार्य में घोर अनियमितता बरती जा रही है. निर्माण कार्य को लेकर सरसा गांव के कई ग्रामीणों ने बताया कि तकरीबन 31 लाख 34 हजार 679 रुपए की लागत से बनाया जा रहा है।लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण सरकारी नियमों को ताक पर रखकर विभागीय संवेदक द्वारा प्राक्कलन से विपरीत निर्माण कार्य कराया जा रहा है।संवेदक के द्वारा घटिया किस्म की सीमेंट,गिट्टी, बालू आदि से जैसे तैसे निर्माणकार्य कराया जा रहा है। जिससे सड़क का आनेवाले समय में अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। सड़क निर्माण में कहीं चार इंच तो कहीं 03 इंची ढलाई किया जा रहा है।बताते चलें कि आजादी के 72 वर्ष बीत जाने के बाद भी इस पिछड़े इलाके में पहली बार पक्की सड़क का निर्माण किया जा रहा है ऐसे में घटिया सामग्री से निर्माण किए जाने के कारण जल्द ही सड़क टूटकर खराब हो जाएगा।ग्रामीण कार्य विभाग जमुई द्वारा संवेदक द्वारा बनाए जा रहे इस सड़क की सही तरीके से मॉनिटरिंग नहीं किए जाने के कारण सड़क निर्माण कार्य के नाम पर सरकारी राशि का बंदरबांट हो रहा है। जिसकी सुधि लेने वाला कोई नही खैर जो भी हो सड़क निर्माण के नाम पर सरसा गांव वासियों के आवागमन से जुड़ी सरकार की यह योजना लूट खसोट की भेंट चढ़कर रह गया है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।