इस कार्यक्रम में एक परिवार बात कर रहा है कि कैसे बढ़ती गर्मी से बचा जाए। वे चर्चा करते हैं कि शहरों में ज्यादा पेड़-पौधे लगाने चाहिए, पानी बचाना चाहिए, और लोगों को इन बातों के बारे में बताना चाहिए। और सभी को मिलकर अपने आसपास की जगह को ठंडा और हरा-भरा बनाकर रखना चहिये

हमारे एक श्रोता विकेश प्रजापति ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर हम स्वच्छ पानी नहीं पीते हैं, तो हम स्वस्थ नहीं होंगे क्योंकि जीवन हमारा सबसे बड़ा आधार है, हमारा शरीर हमारा जीवन है और इस बात का सीधा प्रमाण है कि शरीर में जो भी पानी बह रहा है वह स्वस्थ नहीं है। यह साफ होना चाहिए क्योंकि अगर पानी साफ नहीं होगा तो हम भी साफ नहीं होंगे और जैसे ही हमारी पंचायत में पानी पाइपलाइन से आएगा और हममें से बाकी लोगों के पास पानी की जांच करने वाली टीमें होंगी तो हम कई बीमारियों से पीड़ित होंगे। यदि ऐसे व्यक्ति को कोई समस्या मिलती है, तो वह अपने निकटतम जल संस्थान या अपने ब्लॉक स्तर पर अपने ग्राम पंचायत कार्यालय से मिल सकता है और अपनी चर्चा कर सकता है। प्रदूषित जल क्षेत्र में यदि कोई सार्वजनिक समस्या है तो ऐसी सार्वजनिक समस्या पाई जाती है।

साथियों, आपके यहां पानी के प्रदूषण की जांच कैसे होती है? यानि क्या सरकार ने इसके लिए पंचायत या प्रखंड स्तर पर कोई व्यवस्था की है? अगर आपके क्षेत्र में पानी प्रदूषित है तो प्रशासन ने स्थानीय जनता के लिए क्या किया? जैसे पाइप लाइन बिछाना, पानी साफ करने के लिए दवाओं का वितरण या फिर पानी के टैंकर की सुविधा दी गई? अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो आप कैसे पीने के पानी की सफाई करते हैं? क्या पानी उबालकर पी रहे हैं या फिर उसे साफ करने का कोई और तरीका है? पानी प्रदूषित होने से आपको और परिवार को किस किस तरह की दिक्कतें आ रही हैं?