राजस्थान राज्य के डीग जिला से देवेंद्र ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि चिरंजीवी योजना के अंतर्गत इलाज करने के बावजूद भी दवाई जरुरत से अधिक लिखते है और इलाज के दौरान आधी दवाई का इस्तेमाल करते है और बची दवाई खुद ले जाते है।